Gadar Ek Prem Katha Movie Reviews / Gadar Ek Prem Katha MovieExplained in Hindi #NavyaTimes

बैठे हुए है Sakin अपने अब्बू से
कहती है कि अगर VISA का problem
दो दिन बाद आ जाएँगे Sakina अपने
बच्चे को और अपने पति को वहाँ से
Singh Sakina को समझाते है कि
Sakina तुम अभी निकल जाओ हम भी
जैसे Sakina अंदर आती है वो
देखती है के उसमें उनके अब्बू
बात करती है जहाँ वो बहुत
ज़्यादा रोती है Sakeena कहती है
Sakeena के हाथ में एक newspaper
लगा जिसमें खबर थी उनके papa के
रोते हुए बताती है कि हम ज़िंदा
है अम्मी Sakeena अपने papa से
तैयारियाँ होती है Tara Singh और
Sakeena की शादी दोनों एक दूसरे
दोनों आपस में गले मिल जाते है
इसी के साथ दोनों की शादी की
करवाओगे पैर दबाओगे और अगर वो
नहीं मानेगी तो थप्पड़ भी मार
सवाल करते है madam जी आप
Pakistan क्यों नहीं जाना चाहती
लगा देती है और वहाँ से भागकर
निकल जाती है तभी Tara Singh
Lahore ले जाने के लिए Sakeena
को ले चलते है उनकी गाड़ी चालू
और Tara Singh ही बाहर ही बैठे
रहते है वही Tara Singh अब
बात सुनते है वो बहुत ज़्यादा
खुश हो जाते है इसी के साथ अब
समझाती है कि madam जी आप ताई की
बातों का बुरा मत

मानना उनका दिल
वक्त पता चलता है कि ये बच्चे के
VISA पर sign ही नहीं है Tara
क्या कर रहे हो जिस पर Tara
Singh बताते है कि madam जी
Sakina के लिए Sakina पढ़ते
पढ़ते उसमें गुम हो जाती है वो
कहते है मैं तो वैसे ही Yamla
Jet हूँ जुड़के सवाल करने लगा और
Sakeena रोने लगती है और कहती है
कि हमें नहीं जाना तुम तो वैसे
Tara Singh लेकर पहुँच जाते है
अपनी ताया के यहाँ Sakeena को
दिया सब कुछ लूट लिया माँ बाप
बहने ये कहानी सिर्फ आपकी या मेर
Sakina madam है बहुत ही ऊँचे
खानदान से है अब एक हाथ से माँ
है Sakeena एक बार फिर से अपने
घर पर phone लगाती है Sakeena
Sakina के अब्बू कहते है कि तुम
visa के लिए apply करो वही जाते
बताती है कि हमने शादी कर ली है
और हमारा एक बेटा भी है आप उससे
Sakina रोती हुई बाहर की तरफ
भागने लगती है जहाँ सामने से
तलवार उठाते है जहाँ ताई उन्हें
रोक लेती है Tara Singh अपनी
ही खुशी खुशी साथ बीत गए लेकिन
एक ही बीच में एक होली में
लेकिन वो इस चीज़ के लिए मंज़ूरी
नहीं देते बल्कि Tara Singh पर
Sakeena को बाहर बुलाने के लिए
जहाँ Tara Singh अभी भी समझाते
है कि अपनी Shimla वाली madam है
Rashik कहते है लेकिन हमारे लिए
सुनकर सभी लोग पीड़ हट जाते है
सतारा सिंह पहुँचता है वापस से
ताया को समझाते है अब Tara
Sakina को लेकर वहाँ से जाने
आप सबसे मिलना चाहते है अब्बू
लेकिन यही Sakina इस बीच में
छोड़कर जाती है Sakina के अब्बू
Sakeena के लिए plane भेजते है
तलवा से अपना हाथ काटते है और
उसी से Sakina की मांग भरकर ये
तैयारी कर कर आता हूँ Tara Singh
के जाते ही वहाँ पर एक diary
जाए. जब वो अंदर जाकर सकीना
देखती है तो उसमें उन्हें अपनी
अगर भला ही करना है तो इसे
मुसलमानों के camp छोड़ा छोड़ा
चलती फिरती लाशें है ज़िंदगी
कितनी ही बेरहम क्यों ना हो जाए
दिखती है Sakina को जिसमें वही
गुलाब का फूल होता है उसमें एक
दोगे तो सुनो मैं इन सबके लिए
तैयार हूँ Tara Singh जैसे ये
बेहद ही प्यार करने लगे और एक
साथ रहे दोनों एक साथ खुशी खुशी
सी याद तो आएगी ना Sakina के
जवाब ना मिलने पर Tara Singh
मिलेंगे तो आप बहुत खुश होंगे
अब्बू उसका नाम Chiranjeet है
झगड़ा हुआ था और दोनों का
बंटवारा हुआ था जहाँ Pakistan की
कि बड़े लोग कैसे खाना खाते है
कितने सारे नौकर होते है चीनी की
बारे में Sakeena वो खबर पढ़कर
ही समझ जाती है कि अब्बू ज़िंदा
लगते है इतने में ही पीछे से
Taya आते है और Tara को रोकते है
शुरुआत होती है जब से जब
Pakistan में और हिंदुस्तान में
हँसाने की Sakina हसते हसते रोने
लगती है जिस पर Tara Singh
हो चुकी है madam जी कल सुबह
तड़के ही हम यहाँ से निकल जाएँगी
ना ताई इतना कहकर ही वहाँ से चली
जाती है Tara Singh Sakeena को
से रहे और इसी बीच में उनका एक
प्यारा सा बच्चा हुआ कई साल ऐसे
हो जाती है Lahore पहुँचने से
पहले ही Sakina गाड़ी में break
नहीं बल्कि हज़ारों हिंदुस्तानी
मुसलमानों और सिखों की है जो
Singh आते है और कहती है कि
Lahore जाने की सारी तैयारियाँ
वहाँ से चले जाते है वो राज़
Sakeena की सोचते हुए निकलती है
है कि तुम मुझे मुसलामानों के
camp छोड़ा वो लोग मुझे Lahore
Tara Singh दोनों मिलकर बहुत
कोशिश करते है madam जी को
कहकर कि ये सभी तो पागल है. झूठ
बोल रहे है. अटारी स्टेशन पास
समझ चुकी होती है कि Tara Singh
अब Sakina को प्यार करते है Tara
जाता है Sakeena को बचाने के लिए
आखिर में Tara Singh की दहाड़
प्लेटें होती है सिर्फ madam जी
से खाना खाएँगी वही दरमियान और
लेकिन madam जी आपसे एक सवाल
पूछूँ आपको वहाँ जाकर मेरी थोड़ी
Sakina कोई और नहीं वही है
जिन्हें वो जानते है इसी के साथ
बुझाकर एक बार फिर से अपने घर ले
आते है Tara समझाते है मैंने
शीशे की तरह साफ है Sakina कहती
है कि तुम्हारी ताई ठीक कह रही
इसके बाद ही Tara Singh की ताई
आती है ये पता करने के लिए कि घर
Ashraf Ali की ही औलाद है और
हमने भी Lahore जाने वाली गद्दी
देखा था जो गुनगुनाता था लेकिन
इस गदर ने इस Tara को अलग ही बदल
में कोई मुसलमानी आयी है Tara
Singh समझाती है और बताती है कि
Sakina की photo होती है जहाँ
उसमें बहुत कुछ लिखा होता है
तहकीकात कर लो शायद आपके पहचान
वाले का इसमें कोई सामान मिल
ने उन्हें gift में एक Taj Mahal
gift किया था और वही अब Sakina
अपने इन्हीं हाथों से अपने पूरे
परिवार को आग दी है आपने वो Tara
भिजवा देंगी मेरे मामू के यहाँ
Tara Singh कहते है ठीक है madam
निकालकर उसे देखते है और सब कुछ
याद करने लगते है जहाँ वो बक्से
जी लेकिन मैं खुद आपको जाकर
Lahore छोड़कर आऊँगा मैं चलने की
करते थे और वो देखकर अब Sakina
बहुत ज़ोर से रोने लगती है
बाप दोनों ही गुज़र गए अब सिर्फ
अकेली है जिसपे ताई कहती है फिर
घर वही एक नई सुबह होती है जहाँ
पर फिर से सभी Sikh आ जाते है
कि कोई भी नहीं बचा इस खून के
सलाख से जहाँ रेलवे मास्टर
उन्हें कुछ सामान दिखाते है और
कहते है कि आप इस सामान की
में है चलिए मैं आपको लेकर चलता
हूँ. जहाँ ये सुनने को मिलता है
लगा लगाकर एक table बनाते है
दरम्यान पूछते है कि साहब ये
समझाते है कि madam जी आप रोईए
नहीं आप हसते हुए अच्छी लगती है
ने भी Lahore जाने से पहले ऐसा
ही एक Taj Mahal लिया था वो भी
हम देखते है कि Tara Singh
Sakeena को लेकर आ जाते है अपने
लेकिन जीना पड़ता है Tara बक्से
में से अपने परिवार की तस्वीर
माँ की घड़ी दिखाई देती है. जो
उनके पापा हमेश ही अपने पास रखा
अच्छी खासी पहचान के पास Sakina
वापस लौट गयी थी जहाँ Tara Singh
train आती है Sakina train के
सामने आने ही वाली होती है जहाँ
Tara Singh की याद में जो Tara
Singh देखकर पहचान जाते है कि
Tara Singh उनका हाथ पकड़कर अपनी
ओर खींच देते है Tara समझा
पूरी तरह से तबाह कर दी Tara
Singh अकेला ही उन सभी से भीड़
भी शादी नहीं करने वाले अगर
करोगे भी तो उससे पूरा घर का काम
थोड़ी ना हमारी तरह ज़मीन पे
बैठके खाना खाएँगे आपको नहीं पता
सकीना के पास जा सकीना रो रही
होती है और वो शांत कराता है. ये
उखाड़ लूँगा और उसे फिर अपने साथ
ले जाते है Tara Singh की और
Sakina यानी की Ameesha Patel तो
दोस्तों इसी के साथ ये कहानी
कहते है कि अब ये Sikhhi है अगर
किसी ने भी हाथ लगाया तो गर्दन
Sakina की मुलाकात हुई थी Sakina
के college event में दोनों की
start हो जाती है जहाँ Tara
Singh उन्हें बचा लेते है सभी
Pakistani है लेकिन वही Tara
Singh जानते थे Sakina को वो एक
Sikh भाई मिलकर Sakina को मारना
चाहते है क्योंकि वो एक
तरफ से हिंदुस्तानी और Sikh मारे
गए थे और वही हिंदुस्तान से भी
पाकिस्तानियों को भगाया गया था
मारकर जिनके बीच में फंस गयी थी
ना हुआ होता तो ये भी हमारे साथ
में होते

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