JAI BHIM | Suriya | MOVIE REVIEW | TALK
कि
कुछ देश जस्टिस के लिए नहीं तो इनिशियली फेमस
होते हैं उनमें से आता है ऐसा देश जो जात-पात
का पड़ता है बे आंखों पर पट्टी बांधकर मुंह पर
करते हैं लेस रचाकर डोंट करेंगे दुनिया में रेस
तो हेलो वन आप सभी का मेरे साथ में वह यहां पर
मैं एक आप हो तो यह मेरे बॉस बात करेंगे 2011
मैं Amazon टाइम पर आए हुए फिर जिसका नाम है जब
भीम के बारे में तो बहुत बात की शुरुआत करते हैं
कर दो
थे फिफ्थ इसका क्या अर्थ है और इसे कैसे जाना जाता
है यह आपके शायद स्क्रीन पर तो आइए रहा होगा बिल्कुल
एयरपोर्ट रही है लेकिन यही पॉजिटिव सबसे पहले तो
यह चीज बता दो कि जब हम यह शब्द कहां से आता है
तो जैसे कि हम कोई भी उस व्यक्ति को या फिर भगवान
होकर जैसे कि महाराज की जय हो या फिर जय माता दी
ऐसे कैसे हैं वैसे यह निचली जाति के लिए भगवान तो
श्याम नहीं आए लेकिन अगर है तो उन्हें अपने दोस्त
को भेजा जो अपना में रहकर अपनों के लिए लड़ा जिसका
पूरा नाम का भीमराव रामजी अंबेडकर इसलिए उनके पहले
नाम भीमराव मैसेज भी मुझे भगवान का नाम हर एक इंसान
जाता है वैसे ही इन लोगों को जी ने मंदिरों में
हमारे भगवानों को पूछने की अनुमति नहीं थी उन लोगों
ने तो यह इंसान भगवान हो गए ना इसलिए उन्हें पूछते
हैं जय भीम और क्यों ना हो जिस इंसान है भगवान का
काम करके इंसानों को भगवान से मिलाया उसे भगवान
का दर्जा तो मिलना चाहिए कुंतला हो बदलाव का शायद
इतिहास के पन्नों में और कोर्ट के दरवाज़ों पर ही
रचने वाले सूरज में आग है क्योंकि बड़ी दरवाजों के
भीतर से खोखले शब्द और आवश्यक है क्योंकि इस आसन
की गति से जात-पात और वैभव की नींव पर ही खड़ी है वह
भी ऐसे कुछ लोगों की सोच के वजह से जब कभी नहीं जाती
इधर को जाति कहते तेरी मां ने तुझे क्या खाकर पैदा
किया था वे जो कभी ना जाती हूं सी प्रजाति कहते हैं
और जिसे खेलना गांड बहुत से लोगों से पूछते उसी को
लाठी कहते हैं इकाइयों [ __ ] इस मुद्दे को यहीं था
कि मुझे पसंद नहीं आया था क्योंकि ऐसी कि उन्हें यह
फिल्म देखने मजबूर करने से और यह बहुत ही अच्छे से
परिचित कि कहानी है तमिलनाडु में रहने वाले आदिवासी
महिला को पकड़ कर पूरे को उठाकर अपना पेट पालते हैं
और अपने तौर से भी उसी गांव के सरपंच के घर उनके
खाने के पास आता है तो तुरंत संगिनी के पति को
पकड़ने के लिए बुलाया जाता है और वह तीसरी देख लेता
है लेकिन वहां से चल जाता है और शीघ्र लिए जाते हैं
क्योंकि नीचे जाते हुए तो है क्योंकि हमें लोगो
कैंप के फॉर्म आ जाते हैं पुलिस ने राज्य के ढेर
लगे हैं और झूठे इल्जाम में जेल ले जाकर उसे और
उसके सभी परिवार और जान-पहचान वालों पर बदतमीजी
से सलूक और उन पर अत्याचार करते हैं और कई दिनों
तक टॉर्चर करके उन्हें झूठा इल्जाम कबूल करने के
लिए दबाव डालते हैं लेकिन मौका देखकर वह तीनों
फरार हो जाते तो अभी खोया हुआ सनी के पति कहां
है और उसे कोई न्याय मिलाकर जिला है इस चमत्कार
के लिए वहीं यानि और मानव अधिकारों के लिए लड़ने
वाले कार्ल मार्क्स के सोच रख के अंबेडकर के राह
पर चलने वाले वकील के पास जाकर मदद मांगती है तो
अभी लोअर चंद्र हो इस केस को कैसे सॉल्व करेंगे
एक तरफ गरीब निचले जांच की प्रेग्नेंट महिला और
विशेष तरह से पूरा पुलिस फोर्स मंत्री सरपंच और एक
जाना मना बड़ा सरकारी वकील उज्जवल निकम की चीज है
कि हम जो की विनर सुबह से लड़ रहे
हैं वह सिर्फ पुलिस के हाथ नहीं है
एक बूंद शक्तिशाली लोगों के खिलाफ है सरकार के
खिलाफ है कि यह लड़ाई आसान नहीं होने वाली है
है कमर का सॉन्ग के सिर्फ और सिर्फ सच्चाई के दम
पर उसके पति को ढूंढ कर ला पाएंगे और उन्हें इंसाफ
दिला पाएगा और अगर दिलाता है तो कैसे बुलाया और राज
करो कहां है उस यह सच गए खुश करते-करते और इसी जाति
के लोगों के साथ अभी भी इस अभी मैं भी कैसे व्यवहार
किया जाता है और उसका एक जीता जागता उदाहरण आपको इस
दिन के अंदर देखने मिलेगा पे लड़ाई है एक महिला
के पूरे-पूरे स्पोट्र्स डिपार्टमेंट के विरुद्ध
अग्रसेन की बात करें तो फिर बहुत ही बेहतरीन हुई
है मतलब फिल्म के कैरेक्टर से ज्यादा तो हम इस
प्रकार मूल्य विषय पर ज्यादा आकर्षित होते हैं
कि मुझे विषय मद्रास हाइकोर्ट के इतिहास में अब
तक के सबसे लंबा चलने वाला केस था जिसमें विक्टिम
को जस्टिस मिला और जो लॉयर यह केस लड़ रहा था आगे
चलकर वह उसी हाई कोर्ट का एक जज बनकर सिर्फ छह सालों
के अंदर उन्होंने दसवीं 20 हजार के जगह पेट 96 हजार
कैसे इसको सटल किया तो अभी आपको समझ गया कि एक सच्ची
घटना और सच्चे व्यक्ति के ऊपर आता है इसके तहत विंड
जिस हिसाब से उन्हें पूरे फेस को बहुत ही डिटेल में
कवर किया है और हर एंगल से निचली जाति के लोगों की
समस्या और पढ़े लिखे अनपढ़ लोगों की दुर्गंध व्यवहार
अच्छे से लोगों के सामने दर्शाया है एक पीड़ित महिला
जो पेट से और अपने छोटी सी बेटी के साथ अधिकारी
का काम करने वाले जिसके पास ना ही कोई पैसे का
सिक्योरिटी लेकिन एक लापता पति को ढूंढने के लिए वह
कितने हद तक जाएगी इन सभी में इतना दर्द होता है उसे
कई दर्द यह सिर्फ फेकने वाले होता क्योंकि जो इस तरह
से गुजर रहा होता है बस वही जानता है अगर हमें तकलीफ
हमारे के गलती से होते तो वे इंसाफ मिलेगा लेकिन
अगर किंतु परंतु जहां भी रहना गलत हो तो हर छोटे
का जनाजा निकलना चाहिए इसलिए हमें बहुत सारी चीजें
सीखने के लिए मिलती है सिनेमैटोग्राफी अट्रैक्शन का
काम बहुत ही बढ़िया हुआ है एक मिनट के लिए भी आपको
डिस्टर्ब नहीं करती और फिर के साथ शुरुआत से लेकर
अंत तक जुड़े रखती है काफी बढ़िया है और सभी एक्टर्स
लोगों ने पर्फोमंस बहुत ही अच्छा दिया है यह एक को
ड्रामा होकर वोट ड्रामा नहीं क्योंकि भारी बारिश
शब्दों का और लॉग इन धाराओं का प्रयोग करके बेवजह
लोगों को बुझाया नहीं बल्कि समस्या क्या है और उसे
कौन सी कौन सी मुश्किलों का सामना करके इस केस को
सॉल्व करना पड़ता है यही दिखाना था और यही दिखाया है
उसी से यह फिल्म और इंट्रस्टिंग हो जाता है म्यूजिक
इस फिल्म में हर जगह बहुत ही जय हिंद लायक है और
उसी सही हमें और इसके साथ और यह अलग टाइप के साथ
होने वाले अत्याचार से वापिस कराती है गाने बजा
मीडिया ओर से तमिल तेलगु के अंदर देखने को मिलते
हैं लेकिन उसका इस पूरे स्किन के ऊपर ज्यादा प्रभाव
नहीं पड़ता है दुनिया के बाद सीबीसी के अनुसार रेट
क्या है यानि कि सिर्फ और सिर्फ अपडेट्स के लिए यह
बहुत ही नैचुरल कंटेंट है और जो ट्राइबल्स के साथ
अ जेल के अंदर नाइंसाफी होती और जो मार्किट होती
है वह बच्चे लोग तो बिल्कुल टॉयलेट नहीं कर सकते
तो यह फिल्म बच्चों ने तो अकेले बिल्कुल भी नहीं
देखना चाहिए लेकिन एड्रेस या फिर कोई भी बड़ों के
साथ बैठकर देखा जा सकता है इसने कंफर्टेबल नहीं
लेकिन ठीक है आप थोड़ा – कर सकते हो आपको ज्यादा
स्किप करना कर सकते अगर आपको लगता है यह बहुत ही और
हो गया बच्चों के लिए मेरे ख्याल से तो बहुत ही हो
गई हो जाए और वैसे भी कंटेंट उन्हें समझ में बिल्कुल
भी नहीं आएगा तो बच्चे नहीं देखे तो सबसे लेकिन फुल
फैमिली एक खट्टे साथ में बैठकर कंप्यूटर कंसंट्रेशन
को देख सकते हैं यह फिल्म हिंदी लैंग्वेज के अलावा
तमिल तेलुगू मलयालम और कन्नड़ में भी अवेलेबल है
और यह सिर्फ बिजली पिंपल्स फ्रेंडली फिल्म भी नहीं
तो अगर आपको दो घंटे ट्यूसडे क्राईम ड्रामा मिस्ट्री
फिल्म देखना है तो मैं आपको यह सिर्फ हंड्रेड परसेंट
देखने के लिए रेकमेंड करूंगी इस फील भी नहीं तो
अभी भी ट्राईबल पीपल और निचले जाति के लोगों के
ऊपर कैसे अत्याचार किया जाता है उसका खुला प्रदर्शन
है 2 फिल्म में देखा वह देखकर तो हमारे रोंगटे खड़े
हो जाते हैं लेकिन जब इनोसेंट लोगों के आंखों में
लाल मिर्च डाल के टॉर्चर किया जाता है और लड़का
हो या लड़की हर एक के कपड़े उतर के बेइज्जत कराया
जाता है तो अभी कहां गए हमारे सिंह अमोल सूर्यवंशी
असल में तो इसे नंगा सच और कोड का अंधा मैच सिर्फ
मंत्री संतरियों और पैसा वालों के हौंसले को पूरा
करने का साधन है जहां पर वह सिर्फ और सिर्फ पैसे
कमाने के लिए बैठें और कोर्ट के जज तारीख पे तारीख
देख कर सामान्य इंसान के उम्मीदों को तोड़ कर पेस्ट
बना देता है कि यह देखो इंसानों के लिए लड़ने का हक
है और इस आदत का फर्ज है कि वह इसका तिलक सच तो यह
है कि इंसाफ पाने के लिए औरत को एक पैसे ना लेने
वाला और ईमानदार वकील एक स्वाभिमानी पुलिस ऑफिसर और
निष्पक्ष होकर जल्द से जल्द न्याय की क्षमता रखने
वाले दो जज लगे तब जाकर न्याय मिला जो आज के जमाने
में मिलने से रहा जहां पर कैसे स्पीड में हो जाए कि
कंपनी और नेता पुलिस वालों की ले रहा हूं साफ कपड़े
पर दाग मिलेगा खून का एक बेबस निहत्य कमजोर इंसान
पुलिस अच्छे में भी बुरी है और पूरे में भी अच्छे
बहुत सारे जगह को मैंने इसमें की निंदा करने वालों
कि देखो और प्रशंसा करने वालों को अभी ऑफिस से यह
फ्रिल प्रसाद लायक ही है लेकिन जिन टॉपिक के ऊपर
इसकी निंदा कर रहे हैं वह बिल्कुल भी सही नहीं यह
मेरे हिसाब से इस पेन के अंदर जो कोई भी चीज दिखाई
गई है वह बहुत ही अच्छे से और सही से दिखाई गई है और
यह असली केस है और जो व कि इस केस को लड़ा वह खुद एक
रिटायर्ड जज फिल्म सेट पर था और उन्होंने काफी सारे
इनपुट दिए हैं तो जब लड़ने वालों और जस्टिस दिलाने
वाले को उससे कोई आपत्ति नहीं है यह तो हम और आपको
होते हुए आपत्ति जताने वाले इस क्रिकेटर खुद एक चैनल
स्टार जिसमें चल ठीक है इस तरीके से इसको परांठे कर
लेते हैं और वह चंद्र बहुत बड़ा साइन था और वह चलो
कि परीक्षण बनाना चाहता था और इसका प्रस्ताव जाकर
चंद्र के पास लेकर गया तो उन्होंने साफ मना कर दिया
और उसे इतना ही कहा कि जो कैसे स्मेल है नहीं किए
हैं उसके ऊपर फिल्म बनाओ और उसके ऊपर डोकोमेंट बनाओ
और लोगों को बताओ कि अभी भी इस समाज में क्या हो
रहा है तो सोचो उनके पास हम पिंपल्स और नमक कि चेंबर
सिर्फ इतना ही कहना चाहूंगा कि फिल्म की कहानी है हम
इसमें से क्या सीख पाते हैं इसके ऊपर जरा ध्यान दो
और हम जैसे तो मैं इसके ऊपर क्या कर सकते हैं इसके
बारे में ज्यादा सोचो सबका स्नेह क्यों इस्तेमाल
किए जात पात सही नहीं बताया और यही करनी है वहीं
तुम्हें दिखाएं इसके अंदर ज्यादा दिमाग मत लड़ाई है
क्योंकि कॉपीराइट और कांफ्रेंस के चलते यह सब नहीं
किया जा सकता और एक कंटेंट बनाने के अंदर बहुत सारी
चीजें इन वार्डो के यह सारी स्ट्रिप्स लें यहां पर
खबर नहीं कर सकता तो अगर प्रॉबलम है तो सलूशन ढूंढ
वैसे तो कहने के लिए अमीर-गरीब में तो भेजा है ही
अभी जात-पात का नहीं चाहिए वरना दुनिया में कहने के
लिए जनवरी समझकर बचेंगे इंसान सिर्फ सूजी के लेंगे
तुम्हारे बुद्धि भ्रष्ट हो गई है का लोहा गर्म था है
तो जज भी अंदर ही बेटा वरना यह पैसे वाले यूजर्स को
भी पैसे दिखाकर खरीद लेंगे और नाइंसाफी की बांसुरी
भिजवाएंगे तनख्वाह और मुझे पता चला कि जेबी मे ना
ज्योति चंद्राकर कई जगह पर यह कहना है कि जात-पात
ऊंच-नीच इस इक्कीसवीं सदी में भी क्यों है इस योजना
सवालों के जवाब चंद्र को अंबेडकर के भाषणों में और
लिखा है इसे मिली जिसके वजह से उन्हें निचली जाति
के लोगों के लिए कुछ सही सत्य का मार्ग मिला जिसे
वह अंबेडकर ने देखते हुए कॉन्स्टिट्यूशन को एक
हथियार बनाकर इस केस पर जीत पाई तो बिना उन्होंने
बनाए हुए इस कोशिश में राइस यह जीत संभव नहीं था
इसलिए यह नाम दिया जय भिम एक युद्ध की घोषणा की1
ट्रक पलट गया और मस्ट बे वंडरिंग और विज्ञान के जरिए
बदलाव 309 दबा फिर आपको यह में भी करेंगे कि रेकमेंड
करूंगा क्योंकि एक बहुत बड़ा फिल्म है और फिर गर्म
होने के बाद आपका दिल और दिमाग दोनों ही काफी भारी
रहेंगे इसी लिए थोड़ा इस समाज के कठोर सच को देखने
के लिए अच्छा समय दीजिए और सारा काम खत्म करके आराम
से देखिए और अगर देखोगे तो उनके पति को क्या हुआ और
मेरा लोग आपने कैसे लगता है मुझे कमेंट करके जरूर
बताएं आप लोग वह इसको उतार हूं कि आपके समय से थोड़ा
सा वक्त निकालकर मेरा यह थोड़ा स ब्लॉग लिखते तो बस
आज के लिए इस लोग में इतना ही अगर आप हमारे चैनल रोक
कंटेंट क्वेश्चन आता है तो इसे लाइक शेयर सबस्क्राइब
जरूर लुटेरों और बटन दबाने का ताकि रोज संभोग
नए-नए लोग सांग उसके नोटिफिकेशन सबसे पहले आपको
आएंगे और अगर हमेशा कर रहे हो ऐसे में दूसरे अलार्म
देखना चाहते हो तो ऊपर आई बटन पर फ्रेंड्स करना है
उसके लिए साथ यहां पर लगाकर देख सकते हो तो आपसे फिर
मुलाकात होगी मेरे दूसरे ब्लॉग पर तिल है टेंशन लेने
का नहीं मालूम को परेशान करने का नहीं बाद साले को
बेवजह चैनल को सबस्क्राइब कि बिना जाकर क्या व्हाय ऊ
कर दो